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बुढ़ापे में बूंद बूंद पेशाब का होना ज्यादा संभावना है की प्रोटेस्ट बड़ा हो – डा.बी.के यादव
सुजीत कुमार सिंह
गाजीपुर – जखनिया में स्थित जनरल फिजिशियन डा. बी. के. यादव से पुरुष में होने वाले रोग बी.पी.एच. (B.P.H.) से संबंधित रोग पर चर्चा हुई। इस संदर्भ में डा. यादव ने बताया कि पुरुषों में यह वृद्धावस्था के समय होने वाली समस्या है। जिससे पेशाब बार बार होता है तथा पेशाब को कंट्रोल करने में व्यक्ति असमर्थ हो जाता है। पेशाब के अंत में पेशाब बूंद बूंद आता है। स्थिती कभी-कभी यह भी बनती है कि पेशाब पूर्ण रुप से रुक जाती हैं। जिससे बड़ी समस्या बन जाती है। और इसकी चिकित्सा तत्काल कराना पड़ता है।ऐसी स्थिति बी.पी.एच. प्रोटेस्ट की साइज बढ़ जाने से होता है। इसके कारण ही पेशाब सामान्य मात्रा में बाहर नहीं आ पाता है। जिसके कारण बार-बार पेशाब का होना व पेशाब को ठीक से कंट्रोल न कर पाना तथा पेशाब के अंत में बूंद-बूंद पेशाब का होना लक्षण मिलता है। कभी-कभी बी.पी.एच. के स्थिति में पेशाब के साथ साथ रक्त (ब्लड) भी आ जाता है।इसको पेशाब की जांच ( युरीन रूटीन माइक्रोस्कॉपी ) करके देखा जा सकता है। इस स्थिति में ज्यादा संभावना प्रोटेस्ट कैंसर का रहता है। इस स्थिति में रोगी को कैंसर/यूरोलॉजी विभाग में जाकर दिखाने के लिए सलाह देनी चाहिए।बी.पी.एच. की चिकित्सा प्रोटेस्ट के साइज के आधार पर किया जाता है। यह मेडिसिन से और सर्जरी से कराकर समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
रिपोर्टर संवाददाता –